शनि ग्रह शांति पूजा, जिसे शनि ग्रह की शांति के लिए किया जाने वाला एक विशेष अनुष्ठान है, शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम करने और जीवन में सुख-शांति लाने के लिए की जाती है। यह पूजा आमतौर पर शनिवार को की जाती है, विशेष रूप से शनि नक्षत्र या शनि से संबंधित शुभ तिथियों में।
शनि ग्रह शांति पूजा क्यों की जाती है?
शनि ग्रह शांति पूजा निम्नलिखित कारणों से की जाती है:
स्वास्थ्य और समृद्धि:
यह पूजा स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में भी सहायक मानी जाती है।
शनि के अशुभ प्रभावों को कम करना:
शनि ग्रह को ज्योतिष में एक शक्तिशाली ग्रह माना जाता है, और इसकी स्थिति कुंडली में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। शनि ग्रह शांति पूजा इन नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद करती है।
जीवन में सुख-शांति लाना:
यह पूजा जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति लाने में सहायक मानी जाती है।
कठिनाइयों को दूर करना:
यह पूजा जीवन में आने वाली कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने में मदद करती है।
शनि ग्रह शांति पूजा कैसे की जाती है?
शनि ग्रह शांति पूजा आमतौर पर षोडशोपचार विधि से की जाती है, जिसमें 16 प्रकार के उपचार शामिल होते हैं।
1. शनि मंत्र का जाप:
पूजा में शनि देव के मंत्रों का जाप किया जाता है, जैसे "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" या "ॐ शं शनिश्चरायै नमः".
2. हवन:
हवन में घी, तिल, जौ और अन्य पवित्र सामग्री शनि मंत्रों का जाप करते हुए अग्नि को अर्पित की जाती है।
3. दान:
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काले तिल, उड़द, लोहा, तेल आदि का दान किया जाता है।
4. व्रत:
कुछ लोग शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का व्रत भी रखते हैं।
5. अन्य उपाय:
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करना, काले कपड़े पहनना, और शनि चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना जाता है।
पूजा के लिए शुभ मुहूर्त:
शनि ग्रह शांति पूजा के लिए सबसे शुभ मुहूर्त शनिवार या शनि नक्षत्र का दिन माना जाता है।
निष्कर्ष:
शनि ग्रह शांति पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है जो शनि ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने और जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त करने में मदद करता है।
यदि आप शनि ग्रह शांति पूजा करवाना चाहते हैं, तो किसी योग्य ज्योतिषी या पंडित से सलाह लेना उचित होगा।