गृह प्रवेश पूजा, जिसे गृह प्रवेश (Griha Pravesh) भी कहा जाता है, एक हिंदू अनुष्ठान है जो नए घर में प्रवेश करने से पहले किया जाता है।इसका उद्देश्य नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना और घर में समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशी के लिए देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करना है। गृह प्रवेश पूजा, नए घर में प्रवेश करने का एक शुभ अवसर है, जो सकारात्मक ऊर्जा और शुभ शुरुआत का प्रतीक है।
गृह प्रवेश पूजा के दौरान क्या करें:
घर में प्रवेश:
पूजा के बाद, घर के मुख्य द्वार से दाहिने पैर से प्रवेश करना चाहिए।
नारियल फोड़ना:
घर में प्रवेश करते समय, घर की महिला को नारियल फोड़कर अंदर ले जाना चाहिए।
दूध उबालना:
गृह प्रवेश के दिन, घर में दूध उबालना शुभ माना जाता है।
कीर्तन:
गृह प्रवेश के दौरान कीर्तन करना भी शुभ माना जाता है।
भोजन:
पूजा के बाद, रिश्तेदारों और दोस्तों के लिए भोजन का आयोजन किया जाता है।
शुभ मुहूर्त का चयन:
गृह प्रवेश के लिए शुभ तिथि और समय का चयन करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं।
सामग्री:
गृह प्रवेश पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में गंगाजल, स्वस्तिक, धूप, दीपक, फूल, फल, मिठाई, नारियल, चावल, सुपारी, कलश, घी, कुमकुम, हल्दी, पान, सुपारी, आदि शामिल हैं।
पूजा विधि:
पूजा आमतौर पर गणेश पूजा, नवग्रह शांति पूजा और वास्तु शांति पूजा के साथ शुरू होती है। इसके बाद, घर के मुख्य द्वार पर कलश स्थापित किया जाता है और हवन किया जाता है।
गृह प्रवेश पूजा के दौरान क्या न करें:
अशुभ तिथियों से बचें:
अमावस्या, पूर्णिमा और शनिवार जैसे दिनों में गृह प्रवेश करने से बचना चाहिए।
घर को खाली न छोड़ें:
गृह प्रवेश के बाद, 40 दिनों तक घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए।
नकारात्मक ऊर्जा से बचें:
घर में प्रवेश करते समय नकारात्मक विचारों और ऊर्जा से बचना चाहिए।
अन्य महत्वपूर्ण बातें: