✡ सफेद मूंगा ✡

सफेद मूंगा

शुल्क: ₹ 3100

Order now

टाइगर आई रत्न, जिसे हिंदी में "बाघ का नयन" या "टाइगर आई" कहा जाता है, एक आकर्षक अर्ध-कीमती रत्न है जो क्वार्ट्ज का एक प्रकार है. इसमें सुनहरी और भूरी धारियां होती हैं, जो बाघ की खाल से मिलती जुलती हैं. यह रत्न आत्मविश्वास, साहस और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए जाना जाता है. 

टाइगर आई रत्न के लाभ:

  • आत्मविश्वास और साहस:

    यह रत्न आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो डर या आत्मविश्वास की कमी महसूस करते हैं. 

  • सकारात्मकता और सुरक्षा:

    टाइगर आई नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मकता को आकर्षित करने में मदद करता है. 

  • एकाग्रता और फोकस:

    यह रत्न एकाग्रता और फोकस में सुधार करने में भी मदद करता है. 

  • वित्तीय लाभ:

    कुछ लोगों का मानना ​​है कि यह रत्न धन और समृद्धि को आकर्षित करता है. 

  • स्वास्थ्य लाभ:

    टाइगर आई रत्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है. 

  • राहु के दुष्प्रभावों से बचाव:

    वैदिक ज्योतिष में, टाइगर आई रत्न को केतु ग्रह का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है, और इसे राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए पहना जा सकता है. 

धारण विधि:

  • राशि:

    मकर और सिंह राशि के जातकों के लिए यह रत्न विशेष रूप से शुभ माना जाता है. 

  • दिन:

    इसे शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले रविवार को सूर्योदय के समय धारण करना शुभ माना जाता है. 

  • अंगुली:

    इसे दाएं हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए. 

  • विधि:

    रत्न को गंगाजल और कच्चे दूध में डुबोकर शुद्ध करने के बाद, "ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं त्रि शक्ति देव्यै नमः" मंत्र का जाप करते हुए धारण करना चाहिए

अन्य उपयोग:

  • आभूषण:

    टाइगर आई रत्न का उपयोग हार, अंगूठियां, कंगन आदि जैसे आभूषणों में किया जाता है.

  • सजावट:

    इसका उपयोग सजावटी वस्तुओं, जैसे कि मूर्तियां और अन्य कलाकृतियों में भी किया जाता है. 

महत्वपूर्ण नोट:

  • ज्योतिषी से सलाह:

    किसी भी रत्न को धारण करने से पहले, किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना उचित है. 

  • असली रत्न:

    असली टाइगर आई रत्न में एक चमकदार, रेशमी चमक होती है और यह क्वार्ट्ज का एक रूपांतरित रूप है.