द्वादश विनायक पूजा अनुष्ठान
एक से लेकर 12 विनायक पूजा अनुष्ठान और उनके लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी इस प्रकार है।
विनायक पूजा: एक परिचय
विनायक, भगवान गणेश का ही एक नाम है। विनायक पूजा का अर्थ है भगवान गणेश की पूजा करना। यह पूजा विशेष रूप से बुधवार और संकष्टी चतुर्थी के दिन की जाती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है बाधाओं को दूर करने वाला। इसलिए, गणेश पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि आती है।
12 विनायक पूजा अनुष्ठान और लाभ
1. मिट्टी के गणेश (पार्थिव श्री गणेश):
मिट्टी के गणेश की स्थापना और पूजा करने से सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
2. गुड़ के गणेश (हेराम्ब):
गुड़ के गणेश की पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
3. केसर के गणेश (वाक्पति):
भोजपत्र पर केसर से गणेश की प्रतिमा बनाकर पूजा करने से विद्या की प्राप्ति होती है।
4. चावल के गणेश (धूम्रवर्ण):
चावल के गणेश की पूजा करने से धन और धान्य की वृद्धि होती है।
5. हल्दी के गणेश (भालचंद्र):
हल्दी के गणेश की पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
6. दूर्वा के गणेश (गणपतिहस्तिमुख):
दूर्वा के गणेश की पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है।
7. शहद के गणेश (एकदंत):
शहद के गणेश की पूजा करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
8. घी के गणेश (त्रियम्बक):
घी के गणेश की पूजा करने से परिवार में प्रेम और सद्भाव बढ़ता है।
9. फल के गणेश (वक्रतुण्ड):
फल के गणेश की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
10. मोदक के गणेश (लम्बोदर):
मोदक के गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
11. फूलों के गणेश (विकट):
फूलों के गणेश की पूजा करने से जीवन में आनंद और खुशी आती है।
12. सिंदूर के गणेश (विघ्नराजक):
सिंदूर के गणेश की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
विनायक पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें