✡ मंगल दोष निवारण ✡

मंगल दोष निवारण

शुल्क: ₹ 5100

Order now

मंगल दोष निवारण

मंगल दोष पूजा, जिसे मांगलिक दोष निवारण पूजा भी कहा जाता है, एक हिंदू धार्मिक अनुष्ठान है जो मंगल ग्रह (मंगल) के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से विवाह से संबंधित मामलों में. यह पूजा आमतौर पर उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाती है, जिसे मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है. 
मंगल दोष पूजा क्यों की जाती है?
विवाह में बाधा:
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है, तो यह माना जाता है कि इससे विवाह में देरी या बाधा आ सकती है. 
अशुभ प्रभाव:
मंगल दोष को कुछ अशुभ प्रभावों से भी जोड़ा जाता है, जैसे कि वैवाहिक जीवन में समस्याएं या स्वास्थ्य समस्याएं. 
नकारात्मक ऊर्जा:
यह पूजा मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करती है. 
 
मंगल दोष पूजा कैसे की जाती है?
1. उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर:
यह पूजा आमतौर पर उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाती है, जहां क्षिप्रा नदी के किनारे पूजा का आयोजन किया जाता है. 
2. भात पूजा:
भात पूजा एक विशेष प्रकार की पूजा है जो मंगल दोष निवारण के लिए की जाती है, जिसमें चावल से शिवलिंग रूपी मंगलदेव की पूजा की जाती है. 
3. अन्य उपाय:
इसके अतिरिक्त, हनुमान चालीसा का पाठ, मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप, और लाल रंग की वस्तुओं का दान जैसे उपाय भी किए जाते हैं. 
4. मंत्र जाप:
"ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" और "ॐ भौं भौमाय नम:" जैसे मंत्रों का जाप किया जाता है. 
मंगल दोष पूजा के लाभ: 
विवाह में सफलता:
मंगल दोष पूजा से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं. 
सकारात्मक ऊर्जा:
यह पूजा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके सकारात्मकता और मानसिक शांति प्रदान करती है. 
सुखमय जीवन:
मंगल दोष पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है. 
ध्यान दें:
यदि आप मांगलिक हैं और विवाह में बाधा आ रही है, तो किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेना उचित होगा. 
उज्जैन में मंगलनाथ मंदिर में पूजा करने से पहले, मंदिर के नियमों और पूजा के समय के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें. 
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री और पंडित की व्यवस्था के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर लें.