✡ मां बगलामुखी पूजा अनुष्ठान साधना ✡

मां बगलामुखी पूजा अनुष्ठान साधना

शुल्क: ₹ 99000

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मां बगलामुखी पूजा अनुष्ठान साधना 

 

मां बगलामुखी की पूजा, अनुष्ठान और साधना एक शक्तिशाली धार्मिक प्रक्रिया है जो शत्रुओं पर विजय, सुरक्षा और स्थायित्व प्रदान करने के लिए की जाती है। यह साधना देवी बगलामुखी को प्रसन्न करने और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है, जो 'स्तंभन' (स्थिरता) की देवी मानी जाती हैं। 

पूजा विधि:

  1. 1. तैयारी:

    • सुबह स्नान करके पीले रंग के वस्त्र पहनें। 
    • पूजा के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें। 
    • पीले रंग का आसन बिछाएं। 
    • मां बगलामुखी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। 
  2. 2. पूजा:

    • मां बगलामुखी को पीले फूल, चंदन, और वस्त्र अर्पित करें। 
    • हल्दी का तिलक लगाएं। 
    • धूप, दीप, और अगरबत्ती जलाएं। 
    • बगलामुखी मंत्र का जाप करें। 
    • बगलामुखी कवच का पाठ करें। 
    • हवन करें (यदि संभव हो)। 
  3. 3. अनुष्ठान:

    • बगलामुखी अनुष्ठान में एक लाख से अधिक मंत्रों का जाप किया जाता है। 
    • जाप के साथ-साथ हवन भी किया जाता है। 
    • अनुष्ठान के दौरान सात्विक आहार-विहार और व्यवहार रखना चाहिए। 
  4. 4. साधना:

    • बगलामुखी साधना में गुरु से दीक्षा लेना आवश्यक है। 
    • एकाक्षरी मंत्र 'ह्रीं' का जाप करके साधना शुरू की जाती है। 
    • गुरु के मार्गदर्शन में अन्य मंत्रों का जाप किया जाता है। 
  5. 5. दान:

    • पूजा के बाद दान करना शुभ माना जाता है। 

मंत्र:

  • मूल मंत्र:

    ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा। 

  • ध्यान मंत्र:

    सौवर्णासन संस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लासिनीम् । हेमाभाङ्ग रुचिं शशाङ्कमुकुटां सच्चम्पक प्रयुताम् ॥ हस्तैर्मुद्गर पाश वज्र रसनाः संविभ्रतीं भूषणैः । व्याप्ताङ्गीं बगलामुखीं त्रिजगतां संस्तम्भिनीं चिन्तयेत् ॥ 

महत्व:

  • शत्रुओं का नाश करने के लिए
  • कष्टों और बाधाओं को दूर करने के लिए
  • सुरक्षा और स्थायित्व प्राप्त करने के लिए
  • मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए
  • विवादों और मुकदमों में विजय प्राप्त करने के लिए
  • जीवन में सफलता और समृद्धि प्राप्त करने के लिए 

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • मां बगलामुखी की पूजा और साधना श्रद्धा और विश्वास के साथ करनी चाहिए। 
  • साधना के दौरान पवित्रता और एकाग्रता बनाए रखना आवश्यक है। 
  • यदि आप अनुष्ठान कर रहे हैं, तो किसी योग्य गुरु से मार्गदर्शन अवश्य लें। 
  • मां बगलामुखी की पूजा में पीले रंग का अधिक प्रयोग करें। 
  • व्रत रखने वालों को रात में फलाहार करना चाहिए। 
  • बगलामुखी साधना में भोग-विलास से दूर रहना चाहिए। 

यह जानकारी सामान्य है, और किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या साधना को शुरू करने से पहले, किसी योग्य गुरु या पंडित से सलाह लेना उचित है।