✡ श्री गणेश चतुर्थी पूजा ✡

श्री गणेश चतुर्थी पूजा

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श्री गणेश चतुर्थी पूजा

 

गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है, खासकर महाराष्ट्र और कर्नाटक में, जहां इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। 

गणेश चतुर्थी पूजा विधि:

  1. सफाई: पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें और गंगाजल छिड़कें। 
  2. मूर्ति स्थापना: गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करें, अधिमानतः लाल वस्त्र बिछाकर। 
  3. कलश स्थापना: गणेश जी की प्रतिमा के सामने जल से भरा कलश रखें। 
  4. तिलक: गणेश जी को चंदन का तिलक लगाएं। 
  5. दीप जलाना: गणेश जी के सामने घी का दीपक जलाएं। 
  6. वस्त्र, जनेऊ, चंदन, दूर्वा, अक्षत, धूप, दीप, शमी पत्ता, पीले फूल और फल अर्पित करें। 
  7. मोदक और पान का भोग लगाएं। 
  8. आरती करें और मंत्रों का जाप करें। 
  9. प्रार्थना करें और आशीर्वाद लें। 
  10. विसर्जन: नौ दिनों या एक दिन के पूजन के बाद, गणेश जी की प्रतिमा को जल में विसर्जित करें। 

गणेश चतुर्थी पर ध्यान रखने योग्य बातें:

  • शुभ मुहूर्त:

    गणेश चतुर्थी पर शुभ मुहूर्त में पूजा करना लाभदायक होता है। 

  • शुद्धता:

    पूजा सामग्री और विधि-विधान में शुद्धता का ध्यान रखें। 

  • श्रद्धा:

    भगवान गणेश में श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करें। 

  • मंत्र जाप:

    गणेश जी के मंत्रों का जाप करें, जैसे "ॐ गं गणपतये नमः" 

  • आरती:

    गणेश जी की आरती अवश्य करें। 

  • दान:

    गणेश चतुर्थी के दिन दान करना भी शुभ माना जाता है। 

गणेश चतुर्थी एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान गणेश के जन्म का उत्सव है और बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है।