✡ पितृ दोष निवारण पूजा ✡

पितृ दोष निवारण पूजा

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पितृ दोष निवारण पूजा

पितृ दोष निवारण पूजा एक धार्मिक अनुष्ठान है जो पितृ दोष के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है। यह पूजा पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है, जिससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। 

पितृ दोष क्या है?

पितृ दोष, ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण दोष है जो बताता है कि पूर्वजों द्वारा किए गए कर्मों का फल उनके वंशजों को भुगतना पड़ता है। यदि पूर्वजों ने कोई गलत काम किया है, तो उनके वंशजों को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य समस्याएं, विवाह में देरी, या अन्य बाधाएं। 

पितृ दोष निवारण पूजा क्यों की जाती है?

पितृ दोष निवारण पूजा इन समस्याओं को दूर करने और पितरों को प्रसन्न करने के लिए की जाती है। यह पूजा पितरों की आत्मा की शांति के लिए की जाती है और उन्हें आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है। 

पितृ दोष निवारण पूजा कैसे की जाती है?

पितृ दोष निवारण पूजा आमतौर पर 5 दिनों तक चलती है और इसमें 5 पंडित या पुरोहित शामिल होते हैं। पूजा अमावस्या तिथि से शुरू होती है या अमावस्या तिथि पर समाप्त होती है। इस पूजा में पितृ गायत्री और नारायण बलि की पूजा की जाती है। 

पूजा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • मंत्र जाप:

    पितृ दोष निवारण मंत्रों का जाप किया जाता है, जैसे "ॐ श्रीं सर्व पितृ दोष निवारणाय क्लेशां हं हं सुख शांतिं देहि फट् स्वाहा" और "ओम पितृभ्य देवताभ्य महायोगिभ्यच च, नमः स्वाहा स्वाध्याय च नित्यमेव नमः" 

  • श्राद्ध:

    श्राद्ध कर्म किया जाता है, जिसमें पितरों को भोजन, वस्त्र, और अन्य वस्तुएं अर्पित की जाती हैं। 

  • ब्राह्मणों को भोजन:

    ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है और उनका आशीर्वाद लिया जाता है। 

  • दान:

    गरीबों और जरूरतमंदों को दान दिया जाता है। 

  • तर्पण:

    पितरों को जल अर्पित किया जाता है। 

पितृ दोष निवारण पूजा के लाभ:

  • पितृ दोष के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।
  • पितरों को प्रसन्न करता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
  • स्वास्थ्य, धन, और विवाह से संबंधित समस्याओं का समाधान होता है।
  • घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 

अन्य उपाय:

  • पितृ पक्ष में श्राद्ध:

    पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म करने से पितृ दोष में राहत मिलती है। 

  • कौवों को भोजन:

    कौवों को भोजन खिलाने से भी पितृ दोष में राहत मिलती है। 

  • पीपल के पेड़ की पूजा:

    पीपल के पेड़ की पूजा करने से भी पितृ दोष में राहत मिलती है। 

  • पितृ स्तोत्र का पाठ:

    पितृ स्तोत्र का पाठ करने से भी पितृ दोष में राहत मिलती है। 

  • दक्षेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन:

    दक्षेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने से भी पितृ दोष में राहत मिलती है,

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पितृ दोष निवारण पूजा एक जटिल प्रक्रिया है, और इसे किसी अनुभवी पंडित या पुरोहित द्वारा ही करवाना चाहिए।