✡ गुरु ग्रह शांति पूजा ✡

गुरु ग्रह शांति पूजा

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गुरु ग्रह शांति पूजा

गुरु ग्रह शांति पूजा, जिसे बृहस्पति ग्रह शांति पूजा भी कहा जाता है, एक धार्मिक अनुष्ठान है जो कुंडली में गुरु ग्रह (बृहस्पति) के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है। यह पूजा आमतौर पर गुरुवार को की जाती है और इसमें मंत्र जाप, हवन और दान जैसे कर्मकांड शामिल होते हैं। यह पूजा व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, ज्ञान और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करती है। 

गुरु ग्रह शांति पूजा क्यों की जाती है?

  • गुरु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करना:

    यदि कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति में है, तो यह विभिन्न प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे कि शिक्षा में बाधाएं, करियर में असफलता, आर्थिक समस्याएं, वैवाहिक जीवन में समस्याएं, और स्वास्थ्य समस्याएं। 

  • गुरु ग्रह के शुभ प्रभावों को बढ़ाना:

    गुरु ग्रह ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि, विवाह और धार्मिकता का कारक माना जाता है। इस पूजा को करने से गुरु ग्रह के शुभ प्रभावों को बढ़ाया जा सकता है, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। 

  • आध्यात्मिक विकास:

    गुरु ग्रह को ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है। इस पूजा को करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है और उसका आध्यात्मिक विकास होता है। 

गुरु ग्रह शांति पूजा कैसे की जाती है?

  1. 1. पंडित का चयन:

    एक अनुभवी और योग्य पंडित का चयन करें जो वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा करने में सक्षम हो। 

  2. 2. पूजा का समय:

    गुरुवार का दिन गुरु ग्रह की पूजा के लिए शुभ माना जाता है।

  3. 3. सामग्री:

    पूजा के लिए आवश्यक सामग्री, जैसे कि पीला चंदन, पीला वस्त्र, पीला फूल, पीला फल, घी, शहद, जौ, तिल, आदि एकत्रित करें। 

  4. 4. मंत्र जाप:

    'ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः' या 'ॐ बृं बृहस्पतये नमः' जैसे गुरु ग्रह के मंत्रों का जाप किया जाता है। 

  5. 5. हवन:

    हवन में घी, तिल, जौ, और अन्य पवित्र सामग्री को अग्नि में अर्पित किया जाता है। 

  6. 6. दान:

    गरीबों और ब्राह्मणों को दान दिया जाता है, जैसे कि पीला वस्त्र, पीला भोजन, आदि। 

  7. 7. पुखराज रत्न:

    गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए पुखराज रत्न धारण करना भी शुभ माना जाता है। 

अन्य उपाय:

  • गुरुवार का व्रत:

    गुरुवार का व्रत रखने से भी गुरु ग्रह को प्रसन्न किया जा सकता है।

  • पीली वस्तुओं का दान:

    पीली वस्तुओं, जैसे कि पीला वस्त्र, पीला भोजन, आदि का दान करना भी शुभ माना जाता है।

  • माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान:

    माता-पिता और गुरुजनों का सम्मान करने से भी गुरु ग्रह प्रसन्न होते हैं।

  • केले के पेड़ की पूजा:

    गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करना भी शुभ माना जाता है।

  • पीपल के पेड़ की सेवा:

    पीपल के पेड़ की सेवा करने से भी गुरु ग्रह मजबूत होते हैं। 

यह पूजा व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, ज्ञान और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करती है। यदि आप गुरु ग्रह के नकारात्मक प्रभावों से पीड़ित हैं, तो इस पूजा को करने पर विचार करें।